चिठ्ठी से इतराकर बोलाइक दिन मोबाइलतेरा जमाना बीत गयाबंद हे तेरी फाइलबंद हे तेरी फाइलसभी मेरे दीवानेहर दम रखते पासकरके लाख बहानेकह आनंद कविराययाद जब आती मिटटीखुशबु देती हे घर सीकेवल चिठ्ठी